दूध से जुड़े 5 ऐसे मिथक, जिनको आप आज तक मानते थे सच!
दूध कैल्शियम का सबसे अच्छा स्रोत है और साथ ही बच्चों के ग्रोथ के लिए बेहद ज़रूरी। आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन विज्ञान इस तर्क को नहीं मानता। आज हम आपको दूध से जुड़े ऐसे ही 5 मिथकों के बारे में।
हम बचपन से सुनते आए हैं, कि दूध पीना कितना ज़रूरी है। रोज़ इसे पीने से हमारी लंबाई बढ़ेगी और हमें ताक़त मिलेगी। छोटे बच्चों को दूध पिलाना महाभारत लड़ने से कम नहीं है। ज़्यादातर बच्चों को दूध का स्वाद पसंद नहीं आता लेकिन मां-बाप उनके पीछे पड़े रहते हैं। इसके पीछे तर्क यह दिया जाता है कि दूध कैल्शियम का सबसे अच्छा स्रोत है और साथ ही बच्चों के ग्रोथ के लिए बेहद ज़रूरी। आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन विज्ञान इस तर्क को नहीं मानता। आज हम आपको दूध से जुड़े ऐसे ही 5 मिथकों के बारे में बता रहे हैं , जिन्हें अब आज तक सच मानते आए हैं।
बच्चों की हेल्थ के लिए ज़रूरी दूध
बच्चों को दो साल की उम्र तक ब्रेस्ट मिल्क और फॉर्मूला ही दिया जाता है, जो इनकी ग्रोथ के लिए बेहद ज़रूरी होता है। इस उम्र के बाद उन्हें किसी भी तरह के दूध की कोई ज़रूरत नहीं होती। लगातार दूध पीने से बच्चों को अकसर पेट दर्द की शिकायत रहती है और उनमें टाइप एक डायबिटीज़ का ख़तरा बढ़ जाता है।
दूध से हड्डियां मज़बूत होती हैं
आमतौर पर हड्डियों की मज़बूती को सीधे दूध से जोड़ा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि दूध पीने से शरीर को कैल्श्यिम मिलता है जिससे हड्डियां मज़बूत होती हैं। इसी तर्क को लेकर हावर्ड में 72 हज़ार महिलाओं पर लगभग 20 सालों तक एक रिसर्च की गई। इस शोध में एक भी ऐसा सबूत नहीं मिला जिससे कि ये साबित हो सके कि दूध हड्डियों को मज़बूती देता है। 96 हजार लोगों पर की गई एक दूसरी स्टडी में पता चला कि पुरुष जितना ज़्यादा दूध पीते हैं, वयस्क होने पर हड्डियों के फ्रैक्चर की संभावना उतनी ही बढ़ जाती है।
दूध वज़न घटाने में मददगार
अकसर एड्स में यह दावा किया जाता है कि दूध पीने से वज़न कम करने में मदद मिलती है, लेकिन रिसर्च के मुताबिक वज़न घटाने में दूध का कोई योगदान नहीं होता। वही एक स्टडी में तो यहां तक कहा गया है कि दूध पीने से वजन घटने के बजाए बढ़ सकता है।
प्राकृतिक फूड है दूध
गाय का दूध उसके बढ़ते बछड़े के लिए बेहद ज़रूरी और फायदेमंद होता है, लेकिन यह इंसानों के लिए ज़रूरी नहीं है। ज्यादातर लोगों का शरीर दूध में मौजूद लैक्टोज़ को पचा नहीं पाता जिससे पेट में दर्द, डायरिया और उल्टी जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं।
दिल का ख़्याल रखता है दूध
दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स दिल की धमनियों में जमाव का सबसे बड़ा कारण होते हैं। दूध के प्रोडक्ट्स में कॉलेस्ट्रोल भी होता है। फैट्स, सैचुरेटेड फैट्स और कॉलेस्ट्रोल युक्त डाइट दिल से संबंधित बीमारियों का जोखिम बढ़ा देती हैं।
दूध का विकल्प
अगर जानवरों का दूध इंसानों के शरीर के लिए फायदेमंद नहीं है, तो फिर कैल्श्यिम कैसे मिलेगा? हड्डियों की मज़बूती और शरीर के विकास के लिए कैल्श्यिम भी ज़रूरी है। आपको बता दें कि कैल्श्यिम से भरपूर ऐसी कई चीज़ें हैं, जो दूध की जगह ले सकती हैं। इनमें ओट्स मिल्क, बादाम मिल्क, हेम्प मिल्क, सोया मिल्क और राइस मिल्क शामिल है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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