महिला स्वास्थ्य के लिए टिप्स। जो आपकी रोज मर्रा की ज़िंदगी में मदद करंगे।
आज की महिला घर के साथ साथ बाहर जाकर काम करने में भी सक्षम है। किन्तु प्रत्येक दिन की भाग दौड़ भरी ज़िंदगी में वह अपने शरीर, दिल और दिमाग का ध्यान रखना भूल जाती हैं। ऐसी बहुत सी समस्यायें होती हैं जिनपर महिलायें ध्यान नहीं देती और यही छोटी छोटी समस्याएं भविष्य में भयंकर रूप धारण कर लेती हैं। महिलायें अपने परिवारजनों का ध्यान तो रखती हैं परन्तु स्वयं के लिए समय नहीं निकाल पाती हैं।
- स्ट्रेस कम लें: जितना हो सके महिलाओं को स्ट्रेस नहीं लेना चाहिए। स्ट्रेस या तनाव से बांझपन से लेकर डिप्रेशन, चिंता, और हृदय रोग होने के उच्च जोखिम जुड़े होते हैं। तनाव कम करने के लिए कारगर उपाऊ ढूंढे और उसे अपनाएं।
- डाइटिंग बंद कर दें: हेल्दी डाइट लेने का मतलब यह नहीं है कि आपको अपने पसंदीदा भोजन को अलविदा कहना पड़ेगा, इसका मतलब है की ऐसे भोजन का सेवन कम करें जोजो फैट युक्त और कैलोरी युक्त हो। अपने भोजन में लीन प्रोटीन, हेल्दी फैट, स्मार्ट कार्ब्स और फाइबर को शामिल करें।
- अत्यधिक कैल्शियम न लें: बहुत अधिक अवशोषित कैल्शियम गुर्दे की पथरी के खतरे को बढ़ा सकता है और यहां तक कि हृदय रोग के जोखिम को भी बढ़ा सकता है। यदि आप 50 वर्ष से कम उम्र के हैं, तो प्रति दिन 1,000 मिलीग्राम से अधिक कैल्शियम न लें, जबकि 50 से अधिक आयु की महिलाओं को प्रति दिन 1,200 मिलीग्राम कैल्शियम लेना चाहिए।
- कार्डियो व अन्य एक्सरसाइज: महिलाओं को ऑस्टियोपोरोसिस, हृदय रोग, कैंसर और मधुमेह को रोकने में मदद करने के लिए सप्ताह में कम से कम तीन से पांच बार कार्डियो और वजन उठाने वाली एक्सरसाइज जैसे डंबल उठाना इत्यादि करनी चाहिए। व्यायाम भी अच्छी आत्म-छवि को बढ़ावा देता है, जो वास्तव में एक महिला के मानसिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
- जन्म नियंत्रण (बिरथ कण्ट्रोल) की सराहना करें: जन्म नियंत्रण को बुरा माना जाता है, लेकिन एक अध्ययन से पता चलता है कि यह न केवल आपके तैयार न होने पर आपको गर्भवती होने से रोक सकता है, बल्कि यह गर्भाशय और ओवेरियन कैंसर के जोखिम को भी कम कर सकता है और साथ ही साथ आपके पीरियड्स को नियंत्रित कर सकता है।
- संभोग करें: संभोग या सेक्स तनाव को कम करता है और पुरानी बीमारी के खतरे को कम कर सकता है – लेकिन यह केवल तब मुमकिन है अगर आप इसका आनंद लेते हैं। यदि कोई चीज आपको यौन तृप्ति से रोकती है, जैसे कि सूखापन या दर्द, तो इसका समाधान खोजने के लिए अपने डॉक्टर से बात करें।
- भरपूर नींद लें: आयु के साथ साथ नींद की ज़रूरतें अलग-अलग होती हैं, लेकिन अगर आपको बिस्तर से बाहर निकलने में परेशानी होती है, आसानी से थक जाते हैं, या ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होती है, तो अवश्य ही आप पर्याप्त रूप से नींद नहीं ले रहें हैं। हाल के अध्ययनों से पता चलता है कि यह आपको हृदय रोग और मनोवैज्ञानिक समस्याओं के जोखिम में डाल सकता है।
- आनुवंशिक परीक्षण पर विचार करें: आजकल डॉक्टर स्तन कैंसर, ओवेरियन कैंसर और पुरानी बीमारियों के पारिवारिक इतिहास वाले लोगों की स्क्रीनिंग भी करते हैं और फिर इसके निवारक उपायों पर विचार करके सही उपचार करते हैं। ऐसी किसी समस्या के लिए आज ही अपने डॉक्टर से बात करें।
- शराब और धूम्रपान न करें: यदि आप स्वस्थ रहना चाहती हैं तो सर्वप्रथम इस बात का ध्यान रखने कि शराब और धूम्रपान करें। इस प्रकार के व्यसन अनेक बीमारियों और कैंसर, हृदय रोग जैसी जानलेवा बीमारियों को आकर्षित करते हैं। कोशिश करें इनका सेवन न करें।
- मौखिक स्वास्थ्य पर दें ध्यान: आमतौर पर देखा जाता है कि हम मोखिक स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान नहीं देते। शरीर के अन्य भागों के समान मौखिक स्वास्थ्य भी अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। प्रातः उठकर और सोने से पहले अपने दाँतों को अवश्य साफ़ करें और किसी प्रकार की समस्या होने पर तुरंत डेंटिस्ट को दिखाएँ।
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